भगवान राम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए अब बस कुछ ही घंटे बाकी हैं. इस समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम किए जा रहे हैं. सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करते हुए राम नगरी को अभेद्द किला में बदल दिया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था ब्लैककैट कमांडोज, बख्तरबंद गाड़ियां और ड्रोनों की मदद से हो रही है. सरयू नदी में एनडीआरएफ की टीम को भी तैनात कर दिया गया है. अयोध्या के हर एक चौराहे पर पुलिस और कमांडो लगे हुए हैं और बाहरी लोगों के प्रवेश पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. कुछ इलाकों में तो अयोध्या के लोगों का भी आईडी कार्ड चेक किया जा रहा है.
भारी भरकम सुरक्षा के इंतजाम
पुलिस के तीन डीआईजी को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. वहीं 17 आईपीएस, 100 पीपीएस, 325 इंस्पेक्टर, 800 सब इंस्पेक्टर और 1000 से अधिक कांस्टेबलों की तैनाती अयोध्या में की गई है. अयोध्या को रेड और यलो जोन में बांटा गया है. रेड जोन में पीएसी की तीन बटालियन की तैनाती की गई है. वहीं येलो जोन में 7 बटालियन की तैनाती की गई है. पुलिस के अलावा निजी सुरक्षा एजेंसियों को भी अयोध्या की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है.
सीसीटीवी और AI से रखी जाएगी निगरानी
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और पीएसी को मंदिर की सुरक्षा के लिए लगाया गया है. शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गौर करते हुए यूपी पुलिस ने अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है और एआई (AI), सीसीटीवी और ड्रोन से शहर पर निगरानी रखी जाएगी. अगर मंदिर परिसर में कोई हिस्ट्रीसीटर आता है तो कुछ सेकंड में ही कैमरे से उसकी पहचान कर ली जाएगी. जैसे ही मंदिर परिसर के पास कोई भी अपराधी या गैंगस्टर आने का प्रयास करेगा, वह तुरंत पुलिस की नजरों में आ जाएगा और उसे पकड़ लिया जाएगा.